बैसाख शुक्ल पंचमी को इनका हुआ अवतार

 


आज के ही दिन हुआ था जगदगुरु शंकराचार्य का अवतार


(सुनील पांडे)


वैशाख शुक्ल पंचमी७८८ ई  को आदि जगद्गुरु शंकराचार्य का जन्महुआ आदि शंकर  भारत के एक महान दार्शनिक एवं धर्मप्रवर्तक थे। उन्होने अद्वैत वेदान्त को ठोस आधार प्रदान किया। उन्होने सनातन धर्म की विविध विचारधाराओं का एकीकरण किया। उपनिषदों और वेदांतसूत्रों पर अनेक टीकाएँ लिखी जो बहुत प्रसिद्ध हैं। इन्होंने भारतवर्ष में चार मठों की स्थापना की थी  जिन पर आसीन संन्यासी 'शंकराचार्य' कहे जाते हैं। वे चारों स्थान ये हैं- (१) ज्योतिष्पीठ बदरिकाश्रम, (२) श्रृंगेरी पीठ, (३) द्वारिका शारदा पीठ और (४) पुरी गोवर्धन पीठ। इन्होंने अनेक विधर्मियों को भी अपने धर्म में दीक्षित किया था। ये शंकर के अवतार माने जाते हैं।