प्रधान मंत्री ने किसानों को आंदोलनजीवी . बता उड़ाया मजाक - अमरीष कुमार

कांग्रेस नेता पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि एक बार फिर साबित हो गया है कि पीएम मोदी की लोकतंत्र में आस्था में नहीं है। सोमवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री ने किसान आंदोलन का जो उपहास उड़ाया तथा किसानों को आंदोलनजीवी और समर्थन देने वालों को आंदोलन परजीवी बताया। इससे उन्होंने लोकतंत्र का ही उपहास उड़ाया। प्रैस को जारी बयान में अम्बरीष कुमार ने कहा कि मोदी स्वयं 1974 में गुजरात में हुए नवनिर्माण आंदोलन में भागीदारी कर रह चुके। सर्वोच्च न्यायालय ने संविधान की व्याख्या करते हुए विरोध प्रदर्शनों को लोकतांत्रिक अधिकार बताया है। विश्व का इतिहास आंदोलनों का इतिहास है। पीएम मोदी की परिभाषा के मुताबिक महात्मा गांधी, शहीदे आजम भगत सिंह, राम प्रसाद बिस्मिल, जयप्रकाश नारायण, अन्ना हजारे और शहीद हुए सभी वो लोग, जिन्होंने जन समस्याओं के लिए आंदोलन चलाया और जनता को दिशा दी वे आंदोलन परजीवी हैं। बंगाल में नेताजी सुभाष बोस का गुणगान करने वाले पीएम मोदी के मुताबिक तो नेताजी सुभाषचंद्र बोस भी आंदोलनजीवी थे। विदेशों से किसान आंदोलन को मिल रहे समर्थन को साजिश बताकर अपनी मानसिकता का परिचय दे रहे है।ं एक तरफ तो पीएम एफडीआई के आंकड़ों को बताकर गर्व का एहसास करते हैं और दूसरी तरफ एफडीआई को फॉरेन विनाशकारी विचारधारा बता रहे हैं। अम्बरीष कुमार ने कहा कि कि किसान का उपवास उड़ाने से पहले पीएम किसान आंदोलन के इतिहास की जानकारी कर लें।