हरिद्वार जनपद की खबरें - किसान आंदोलन के समर्थन में भीम आर्मी एकता मिशन में निकाली बाइक रैली

 

 भीम आर्मी एकता मिशन के कार्यकर्ताओं ने रविवार को किसानों के समर्थन में आनेकी-हेत्तमपुर से बाइक रैली निकालकर सिडकुल महिंद्रा चैक पर केंद्र सरकार का पुतला दहन किया। बाइक रैली में आनेकी, हेतमपुर, रुड़की, जगजीतपुर, लक्सर, नारसन, बहादराबाद समेत जनपद के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। भीम आर्मी एकता मिशन के प्रदेश अध्यक्ष मुन्नीलाल शिंदे ने कहा कि भीम आर्मी किसानों के समर्थन में है। किसान देश का अन्नदाता है। उनका उत्पीड़न करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेती तब तक भीम आर्मी एकता मिशन किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि भीम आर्मी अभी जिला और प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन कर रही है अगर सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तो देशव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होगी। इस दौरान जिला मीडिया प्रभारी रवि तेगवाल, महानगर अध्यक्ष आशीष कुमार, नगर अध्यक्ष हरिद्वार, आशु चंचल, अमन कुमार, रजनीश कुमार,अंकुश शेरवाल, नवाब बिल्लू,आनंद कुमार, प्रशांत कुमार, राजेंद्र लांबा, प्रवेज सुल्तान, मदनलाल, सुलेमान भट्ट, आदिल कुरेशी, दानिश साबरी आदि मौजूद थे।

क्रिकेट खेल रहे युवाओं के ऊपर पथराव, बुलेट चढ़ाकर पैर तोड़ने का आरोप ,कोतवाली मे हंगामा

 ज्वालापुर में क्रिकेट खेल रहे युवकों पर प्लॉट मालिक के बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर पथराव कर दिया। आरोप है कि बुलेट चढ़ाकर एक युवक का पैर भी तोड़ दिया गया, जिससे गुस्साए स्वजनों और वाल्मीकि बस्ती के निवासियों ने ज्वालापुर कोतवाली में हंगामा किया। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक ज्वालापुर में वाल्मीकि बस्ती से सुभाषनगर जाने वाले रोड पर एक खाली प्लॉट में अक्सर स्थानीय युवक क्रिकेट खेलते रहते हैं। प्लॉट दाल मंडी निवासी मुकेश शर्मा का है। रविवार को वाल्मीकि बस्ती, पांवधोई, ईदगाह रोड आदि क्षेत्र के कुछ युवक क्रिकेट खेल रहे थे। उसी दौरान प्लॉट मालिक मुकेश शर्मा का बेटा ऋषभ शर्मा अपने तीन-चार साथियों के साथ वहां पहुंचा। आरोप है कि उन्होंने क्रिकेट खेल रहे युवकों पर पथराव कर उन्हें भगा दिया। उन्होंने वाल्मीकि बस्ती निवासी अंकित की पिटाई कर दी। आरोप है कि ऋषभ ने अंकित के पैर पर बुलेट चढ़ा दी, जिससे उसकी हड्डी टूट गई। सूचना पर स्वजनों ने अंकित को अस्पताल भिजवाया। जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। अंकित के पिता धीरसेन के साथ यूथ कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष रवि बहादुर सहित काफी संख्या में स्थानीय निवासी ज्वालापुर कोतवाली पहुंच गए और आरोपितों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे। प्रभारी सीओ सिटी विजेंद्र दत्त डोभाल व ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण कोश्यारी ने आरोपितों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए उन्हें शांत कराया। कोतवाली प्रभारी प्रवीण कोश्यारी ने बताया कि अंकित के पिता धीरसेन की तहरीर पर आरोपित ऋषभ शर्मा व उसके साथियों के खिलाफ जानलेवा हमला, जाति सूचक शब्द कहने, मारपीट आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। बताया जाता है कि घायल अंकित भेल में संविदा पर नौकरी करता है। रविवार को अवकाश होने के चलते वह कॉलोनी के युवकों के साथ क्रिकेट खेलने चला गया था। पथराव में कुछ और युवकों के चोटिल होने की बात भी सामने आ रही है। पीड़ित पक्ष से पहले आरोपित पक्ष रिपोर्ट लिखवाने कोतवाली पहुंच गया। सिर पर चोट दिखाते हुए ऋषभ पक्ष का एक युवक पुलिस को शिकायत बता ही रहा था कि तभी अंकित के स्वजन और कॉलोनीवासी कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया तो पूरी कहानी ही बदल गई। ऋषभ पक्ष के युवक को पुलिस ने कोतवाली में ही बैठा लिया ।

पर्वतीय जिलों में प्राधिकरण समाप्त करने का सरकार का निर्णय भेदभाव पूर्ण -अमरीश कुमार

पूर्व  विधायक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अम्बरीष कुमार ने पर्वतीय जिलों में प्राधिकरण समाप्त किए जाने के सरकार के निर्णय को मैदान विरोधी करार दिया है। प्रैस को जारी बयान में अम्बरीष कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि पर्वतीय जिलों में प्राधिकरण समाप्त किए जाएंगे। सरकार का यह निर्णय भेदभाव पूर्ण और मैदान विरोधी है। पूरा प्रदेश एक है और उत्तराखंड इसका नाम है, तो फिर यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है। गैर पर्वतीय जिलों में प्राधिकरणों का दायरा शहरों से बढ़ाकर गांव तक कर दिया गया है। इस प्रकार भ्रष्टाचार का फैलाव गांव तक हो गया है। हरिद्वार विकास प्राधिकरण की स्थापना को लगभग 34 वर्ष हो गए हैं और नियोजित विकास के नाम पर अनियोजित और अनियंत्रित विकास हो रहा है। स्वीकृत आवासीय कॉलोनी या कॉम्प्लेक्स मुट्ठी भर है और प्राधिकरण की मिलीभगत से अनाधिकृत कॉलोनी व्यापारिक प्रतिष्ठानों की बाढ़ आ रही है। महायोजना के नाम पर मात्र खानापूर्ति हो रही है। प्राधिकरणो के कानून और नियमों के चलते मध्यम वर्ग और निम्न वर्ग के लोग परेशान हैं। इस परेशानी का लाभ प्राधिकरण के लोग उठा रहे हैं। लूट का यह साधन स्थानीय स्तर पर राजनैतिक भागेदारी न होने के कारण स्वेच्छाचारी हो गया है। प्राधिकरण के लोग नियमों को तोड़ मरोड़ कर अपने हित में भ्रष्टाचार के लिए प्रयोग कर रहे हैं। हरिद्वार के एक तरफ गंगा बहती है। दूसरी तरफ शिवालिक पर्वत है। ऐसे में प्राधिकरण के नियमों का पालन संभव नहीं और इसका लाभ प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी उठाते हैं। कांग्रेस जल्द ही प्राधिकरण समाप्त कर स्थानीय निकाय को मानचित्र स्वीकृति करने तथा कुंभ आयोजनों से जुड़े मामलों को लेकर सत्याग्रह आंदोलन करेगी। यदि सुनवाई नहीं हुई तो जिला स्तर पर आंदोलन चलाया जाएगा। सरकार अविलंब प्राधिकरण समाप्त कर जनता को राहत प्रदान करे।