हरिद्वार में वृहद बावन शक्ति पीठ थीम पार्क की स्थापना होगी, 10 हेक्टेयर भूमि की गई चिन्हित

दीवार ढहने से हरकी पौड़ी क्षेत्र के खतरे खत्म करने के लिए तत्काल प्रभाव से किये जायेंगे उपाय - जिलाधिकारी हरिद्वार 


आज  जिलाधिकारी  सी0 रविशंकर ने सीसीआर सभागार में राज्य सरकार की पर्यटन योजना 13 जनपद डेस्टिनेशन  अन्तर्गत जनपद  में वृहद बावन शक्ति पीठ थीम पार्क की स्थापना के लिए जनपद में स्थित विभिन्न धार्मिक संस्थाओं तथा अखाडा परिषद, श्री गंगा सभा के पदाधिकारीगण, मा0जनप्रतिनिधियो एवं विभागीय


अधिकारियों के साथ कार्य योजना के सम्बन्ध में मार्गदर्शन बैठक कर सभी संस्थाओं के साथ विचार विमर्श किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत ग्राम देवपुर अहतमाल निकट दक्ष मंदिर कनखल मंे भूमि चयनित की गयी है। तथा 10 हेक्टेयर वन विभाग के स्वामित्व की भूमि को चिन्हित किया गया है। वन विभाग से अनापत्ति, भूमि हस्तानान्तरण के शीघ्र ही डीपीआर शासन को भेज जायेगी। इस  योजना के ठोस कार्ययोजना और डी.पी.आर तैयार करने के आदेश जिलाधिकारी ने दिये।
डेस्टिनेशन योजना के अन्तर्गत  पर्यटकों की आधारभूत सुविधाओ के विकास के साथ साथ चयनित स्थल के निकट अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन ,धार्मिक स्थल आदि को भी सम्मिलित कर इस योजना के वृहद रूप से निर्माण के साथ प्रभावी कार्य किये जायंेगे।
धार्मिक संस्थाओं के तरफ से डेस्टिेनेशन निर्माण के लिए आये सम्पूर्ण भारतवर्ष के नक्शे के उपर सभी शक्तिपीठों की संरचना तैयार की जायगी। जहां भी देश के अन्य राज्यो तथा अन्य देशों में स्थापित ही वही आभास प्र्यअकों को एक ही स्थान पर कराये जाने का खाका तैयार किया गया। सभी ने हरिद्वार में शक्ति पीठों के स्वरूपको स्थापित करते हुए एक भव्य पर्यटक और धार्मिक संरचना की रूपरेखा तैयार करने पर सामुहिक सहमति बनी। इसमें सभी शक्तिपीठों की काल्पनिक संरचना भौगोलिक आभास देते हुए बनायी जायेगी।
जिलाधिकारी ने हरकी पैड़ी की दीवार के ढह जाने के बाद पुनर्निमाण को लेकर विचार विमर्श किया। गंगा सभा सहित सभी धार्मिक संस्थाओं से हरकी पैड़ी सौंदर्यीकरण पर भी सुझाव मांगे। सभी ने इण्डियन आॅयल काॅरपोरेशन के सीएसआर फण्ड से किये जाने वाले कार्यो पर हरकी पैड़ी को भविष्य में भी सुरक्षित निर्माण देकर नया स्ट्रक्चर बनाये जाने की बात कही। डीएम ने कार्यदायी संस्था यूपीपीडीसी एरिया को पुनः नये ढंग से सदृढ करते हुए किस प्रकार कार्य सुरक्षित मानकों के अनुसार कार्य किया जायेगा इसकी विस्तृतम रिपोर्ट तीन दिन में देने के निर्देश दिये। नये कार्य की रूपरेखा मिलने से पहले कार्यदायी संस्था को दीवर ढहने से हरकी पैड़ी क्षेत्र में खतरे को खत्म करने के लिए तत्काल प्रभाव से सुरक्षा उपाय करते हुए दीवार के स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था किये जाने के भी आदेश दिये।
बैठक में अखाड़ा परिषद से श्री महंत रविंद्र पुरी, गंगा सभा के प्रदीप झा, तन्मय वशिष्ठ, सिद्धार्थ चक्रपाणी, आशीष मारवाडी, रविंद्र माननीय सांसद प्रतिनिधि  ओम प्रकाश जमदग्नि, नगर आयुक्त नरेेंद्र  भण्डारी, एचआरडीए सचिव  हरबीर सिंह, जिला प्र्यटन विकास अधिकारी श्रीमती सीमा नौटियाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।