क्या है सच्चाई डा० पांडया केस में


डा० प्रणव पांडया पर लगे आरोपो पर गायत्री परिवार की ओर से किया गया खंडन


(सुभाष कपिल) 
शांति कुंज गत दिवस से सुर्खियों में आ गया जब दिल्ली के विवेक विहार थाने में शांति कुंज के प्रमुख    डा० प्रणव पांडया और उनकी पत्नी के विरुद्ध छत्तीसगढ़ की एक युवती ने दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज करवायी जिसमें युवती ने आरोप लगाया कि 2010 में वह शांति कुंज में ठहऱी थी जहाँ शांति कुंज के प्रमुख ने कई बार उससे बलात्कार किया और पांडया की पत्नी शैल बाला ने इस केस को दबाने का काम किया ।
इससे पूर्व इस युवती ने सात अप्रैल को राष्ट्रीय महिला आयोग ओर प्रधानमंत्री कार्यालय में  शिकायत की थी फिर पांच मई को  दिल्ली पुलिस द्वारा  जीरो एफ आई आर दर्ज कर केस हरिद्वार भेजा जा रहा है। 
इसके बाद हरिद्वार में दिन भर चर्चाओ का बाजार गर्म रहा। 
आज शांति कुंज गायत्री परिवार की ओर से एक अंग्रेजी में खंडन जारी किया है जिसमें जारी कर्ता का न तो नाम है न ही हस्ताक्षर उसमें उन्होने डा० प्रणव पांडया को अत्यंत सम्मानित व्यक्ति बताया है उन्होने लिखा है कि विश्व गायत्री परिवार के 16 करोड़ श्रद्धालु हैं देव संस्कृति विश्व विद्यालय के कुलाधिपति प्रणव पांडया और शैल बाला दीदी इसके प्रमुख हैं, उनकी छवि धुमिल करने के इरादे से ऐसा आरोप लगाया है इसमें कोई सत्यता नहीं है हम हर प्रकार की जांच का स्वागत करेंगे।