इनकी कौन सुने फरियाद

*कैसे लायेंगें बाहर से फंसे प्रवासियों को*


बाहर फंसे लोग अपने परिजनो को गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें वहां से निकाल कर ले जाओ जिसके लिए लोग भागदौड़ करके पास बनवा रहे हैं और बाहर फंसे अपने परिवार के सदस्यों को लाया जा रहा है इस प्रक्रिया में क्वारटीन किये जाने का स्पष्ट नियम न पता होने से कईयों को परेशानी का सबब बन गया है एसा ही एक मामला नई बस्ती, खड़खड़ी क्षेत्र का है यहां रविन्द्र परमार(जोनी) नाम का ड्राइवर पंजाब से किसी व्यक्ति को लेने गया था बार्डर पर बकायदा उसकी र्स्क्रीनिंग आदि भी हुई थी 14 मई को वह सवारी लेकर लौटा था, अब उसे 5 दिन बाद होम क्वारटीन कर दिया गया है वह इस प्रश्न उठाते हुए कहता है कि यदि प्रशासन को संक्रमण का कोई शक था तो उसे उसी समय बताना चाहिए था दूसरे अगर ड्राइवरों को इस प्रकार 14 दिन के लिए क्वारटीन किया जायेगा तो कोई किसी को लेने कयों जायेगा? ड्राइवरों पर तो वैसे ही रोजी रोटी कमाने कासंकट है ऊपर से क्वारटीन कर दिया जाना। उसके अनुसार इसमें भी पक्षपात हो रहा है